शीर्षक - बचपन की बारिश और कागज की नाव लेखिका-ओमश्री सिंह, लखनऊ । .......मुंबई में तो बारहों मास ऋतुओं की रानी वर्षा की मेहरबानी रहती है और यदि मानसून आया तो क्या कहने , एक बार यदि बादल अपने साजो ...
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शादी के पहले सावन की प्रतीक्षा में फौजी की पत्नी
Om shri Singh
4.8
शीर्षक - शादी के पहले सावन की प्रतीक्षा में फौजी की पत्नी लेखिका-ओमश्री सिंह, लखनऊ। ........ बाहर आँगन में परिवार की स्त्रियाँ ढोलक बजाकर गीत गा रही थीं । दादी ने पहले ही कह दिया था देखो , अब ब्याह ...
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कि दोनों कहानी ही दीदी बहुत सुंदर लगी है भावपूर्ण सुंदर लेखन है आपका गजलें तो हमें भी बहुत पसंद है और जगजीत सिंह तो गलत गजल के सम्राट थे बेहद सुंदर खूबसूरत कहानी,,,! आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
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दोनों ही कहानियां अच्छी है भावुकता से सराबोर कर दिया बचपन का बीता हुआ कल जो निराशा में भर देता था पुनः गांव में पहुंचने पर वही खुशी में बदल गया ा लेखक को बधाई
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