pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का

4.5
3137

एक बार कक्षा दस की हिंदी शिक्षिका अपने छात्र को मुहावरे सिखा रही थी। तभी कक्षा एक मुहावरे पर आ पहुँची “धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का ”, इसका अर्थ किसी भी छात्र को समझ नहीं आ रहा था। इसीलिए अपने ...

अभी पढ़ें
कानून सबके के लिए बराबर है
पुस्तक का अगला भाग यहाँ पढ़ें कानून सबके के लिए बराबर है
Meenakshi Sharma "Meena"
4.6

शहंशाह बहुत न्यायप्रिय शासक थे। उन्होंने अपने महल के प्रवेशद्वार पर एक घंटा लगवा दिया था। जिसको भी शिकायत हो वह उस घंटे को बजा सकता था ताकि शहंशाह आवाज को सुनकर न्याय कर सकें। उनके राज्य में ...

लेखक के बारे में
author
Meenakshi Sharma

"

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Asha
    16 एप्रिल 2022
    अत्यंत प्रभावशाली प्रस्तुति ।
  • author
    Krishna Gamer
    25 एप्रिल 2024
    Excellent
  • author
    Anshu Jaiswal
    16 सप्टेंबर 2022
    ज्ञान वर्धक
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Asha
    16 एप्रिल 2022
    अत्यंत प्रभावशाली प्रस्तुति ।
  • author
    Krishna Gamer
    25 एप्रिल 2024
    Excellent
  • author
    Anshu Jaiswal
    16 सप्टेंबर 2022
    ज्ञान वर्धक