उस रोज बारिश बहुत जोरो से बरस रही थी, चारो तरफ घने अंधेरे छाय हुए थे । उसी अंधेरे में रमेश की कार इस घने अंधेरे को चीरता हुआ आगे बढ़ रहा था जिसे खुद रमेश ही चला रहा था और बगल वाली सीट पर उसकी ...

प्रतिलिपिउस रोज बारिश बहुत जोरो से बरस रही थी, चारो तरफ घने अंधेरे छाय हुए थे । उसी अंधेरे में रमेश की कार इस घने अंधेरे को चीरता हुआ आगे बढ़ रहा था जिसे खुद रमेश ही चला रहा था और बगल वाली सीट पर उसकी ...