pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कनक ( एक प्रेम कथा )

4.7
7159

अब तो कनक चंदन से मिलने को बेचैन थी ..। कब मिल कर वह ..अपने दिल की बात उससे कह दे..। क्योंकि घर में उठी बातों से उसका दिल पल-पल बैठा जा रहा था..। घर का सारा काम खत्म करते ही वह पानी भरने के लिए ...

अभी पढ़ें
कनक ( एक  प्रेम कथा )
कनक ( एक प्रेम कथा )
श्री श्री मिश्रा "गोधूलि"
4.7
ऐप डाउनलोड करें
लेखक के बारे में

विश्वास ही जीवन है.....🙏🙏🙏🥀🥀🥀

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    24 டிசம்பர் 2020
    Nicely Written,,, Interesting story, 🙏👏💐👌
  • author
    REKHA VERMA
    24 டிசம்பர் 2020
    अरे वाह श्री श्री जी कितने सुंदर ढग से कहानी को आगे बढ़ाया है सच में कनक और चंदन की बातें दिन को लुभा गई कहानी का यह भाग पढ़कर बहुत अच्छा लगा जैसे आप कविता लिखने में माहिर है वैसे भी कहानी लेखन में आप का कोई जवाब नहीं बहुत-बहुत शुभकामनाएं
  • author
    श्वेता विजय mishra
    24 டிசம்பர் 2020
    वाह-वाह बहुत बेहतरीन शानदार और सुंदर कहानी लिख रही हैं आप पढ़ कर बहुत बहुत अच्छा लगा अगले भाग का इंतजार रहेगा शानदार लाजवाब👍👍👍👍👌👌👌👏👏👏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    24 டிசம்பர் 2020
    Nicely Written,,, Interesting story, 🙏👏💐👌
  • author
    REKHA VERMA
    24 டிசம்பர் 2020
    अरे वाह श्री श्री जी कितने सुंदर ढग से कहानी को आगे बढ़ाया है सच में कनक और चंदन की बातें दिन को लुभा गई कहानी का यह भाग पढ़कर बहुत अच्छा लगा जैसे आप कविता लिखने में माहिर है वैसे भी कहानी लेखन में आप का कोई जवाब नहीं बहुत-बहुत शुभकामनाएं
  • author
    श्वेता विजय mishra
    24 டிசம்பர் 2020
    वाह-वाह बहुत बेहतरीन शानदार और सुंदर कहानी लिख रही हैं आप पढ़ कर बहुत बहुत अच्छा लगा अगले भाग का इंतजार रहेगा शानदार लाजवाब👍👍👍👍👌👌👌👏👏👏