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अघोरी का शाप (भाग 3)

4.2
11911

मायाश्री ने इंद्रजीत को बंदी बना लिया था। वह दिन में उसे तोते के रूप में रखती और रात में उसे पुन: मानव बनाती। इंद्रजीत इस बलात उपभोग से तनिक भी प्रसन्न नहीं था। दो महीने ऐसे ही बीत गए। मायाश्री धीमे धीमे उसके साथ कोमल होती जा रही थी। वह उससे हर तरह की बातें करती। उससे बात करने पर ही उसे को पता चला कि उसका बचपन से कोई दोस्त नहीं था, इसलिए वह दिल खोलकर उससे बात करती थी। किन्तु संजय को यहाँ ऐसे बंदी रहना अच्छा नहीं लगता था, वह यहाँ से छूटने के लिए तड़फड़ा रहा था। एक दिन मायाश्री उसके पास आई। उसके ...

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अघोरी का शाप (भाग 2)
अघोरी का शाप (भाग 2)
क्षितिज जैन "अनघ"
4.4
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लेखक के बारे में
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क्षितिज जैन

अपने साहित्य सृजन से रचनाधर्म निभाने वाला अनघ का एक योद्धा नाम- क्षितिज जैन  जन्म दिनांक- 15 फरवरी 2003 पिता का नाम - श्रीमान रोहन जैन  माता का नाम- श्रीमती निवेदिता जैन वर्तमान कार्य- कक्षा बारहवीं में अध्ययन  प्रकाशित रचनाएँ - 1 अमृत राजस्थान नामक साप्ताहिक पत्र में कौटिल्य नामक उपन्यास का                             प्रकाशन                             2 जगमग दीपज्योति पत्रिका में रचनाएँ प्रकाशित                            3 दैनिक युगपक्ष, बीकनेर में रचनाएँ प्रकाशित                            4 दो पुस्तकों जीवन पथ और क्षितिजारूण का प्रकाशन  5 हिंदीभाषा.कॉम पर रचनाएं प्रकाशित 6 जैन पत्रिकाओं में प्रकाशन रूचि -   साहित्य सृजन एवं पठन, जैन दर्शन, संस्कृत साहित्य व व्याकरण, क्रिकेट का शौकीन विशेष- आकाशवाणी माउंट आबू से भेंट वार्ता(इंटरव्यू) प्रसारित  प्रतिलिपि पर पदार्पण - 9 मई 2019

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Yogesh Khanna
    19 अगस्त 2021
    माया अर्थात राजकुमारी जो कुछ भी कर रही है थी / है पुर्णतया गलत कर रही है । उसे इस बात के बहुत कठोर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं
  • author
    Imran Mastan
    03 जुलाई 2019
    sir kahani achi hai par part this a bada likhiye
  • author
    Pramod Kumar
    03 दिसम्बर 2023
    Lekhak ka prayas prasansney hai.
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    Yogesh Khanna
    19 अगस्त 2021
    माया अर्थात राजकुमारी जो कुछ भी कर रही है थी / है पुर्णतया गलत कर रही है । उसे इस बात के बहुत कठोर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं
  • author
    Imran Mastan
    03 जुलाई 2019
    sir kahani achi hai par part this a bada likhiye
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    Pramod Kumar
    03 दिसम्बर 2023
    Lekhak ka prayas prasansney hai.