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साँप-साँप

3.2
8705

31-5-12, सरदारशहर ...

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उम्मेदसिंह बैद "साधक"

रात अचानक महेश की आँख खुल गई। लघु-शंका-निवृत्ति हेतु कमरे से बाहर आया, ड्राईंग-हाल में कारपेट पर बड़ा सा साँप दिखाई दिया! कदम वहीं रुक गये, बाथ-रुम खोलने की हिम्मत ही ना हुई। धीरे से आकर श्रीमतीजी को ...

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