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ज़िंदगी यूँ ही चलती रहे

4.5
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मिहिरा की ज़िंदगी का ये सबसे बेहतरीन समय है, जहाँ प्यार है, परिवार है, जॉब है, सब है, और क्या चाहिए ???? काश "ज़िंदगी अब यूँ ही चलती रहे !!!"

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लेखक के बारे में
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रुचिका मेहता

दिमाग को भरा रखने के लिए "पढ़ना" और खाली करते रहने के लिए "लिखना", जरुरी लगता है मुझे !!!

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    अभिलाष दत्ता
    20 ਸਤੰਬਰ 2017
    अच्छी कहानी है । हिंदी कहानी लिखते वक़्त रोमन लिपि का कम इस्तेमाल किया करे , उसके जगह उसकी हिंदी अर्थ या उर्दू अर्थ इस्तेमाल करना ज्यादा वाजिब होगा ।
  • author
    Pooja Gothwal
    31 ਮਾਰਚ 2020
    Acchi khani h.... Magar Bhut Kam hota h jab life m sacha pyar milta h
  • author
    Reeta Raj
    22 ਫਰਵਰੀ 2018
    खुबसुरत साथ हो तो और कुछ नहीं चाहिए बस जिंदगी यूहीं चलती रहे....
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    अभिलाष दत्ता
    20 ਸਤੰਬਰ 2017
    अच्छी कहानी है । हिंदी कहानी लिखते वक़्त रोमन लिपि का कम इस्तेमाल किया करे , उसके जगह उसकी हिंदी अर्थ या उर्दू अर्थ इस्तेमाल करना ज्यादा वाजिब होगा ।
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    Pooja Gothwal
    31 ਮਾਰਚ 2020
    Acchi khani h.... Magar Bhut Kam hota h jab life m sacha pyar milta h
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    Reeta Raj
    22 ਫਰਵਰੀ 2018
    खुबसुरत साथ हो तो और कुछ नहीं चाहिए बस जिंदगी यूहीं चलती रहे....