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"ज़िन्दगी छोटी सी है" कविता

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निकाल लीजिए झीलों के आइनों में कभी ख़ुद को निहारने के कुछ पल। कुछ वक्त लापरवाह होकर उड़ा लीजिए उमंगों की पतंगों को मौज़ की हवाओं के संग। क़भी कभी यूँ ही थोड़ा सा बुद्धू बन जाइये और बेवज़ह ठहाके लगाते मासूम ...

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लेखक के बारे में
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सुमन नागर

(Writer, Teacher, Author, Youtuber) मेरी पुस्तक 'जज़्बात की स्याही' काव्य संग्रह के रुप में साल 2020 में प्रकाशित हो चुकी है। यह पुस्तक 'जज़्बात की स्याही' नाम से ऑनलाइन उपलब्ध है। पुस्तक खरीदने के लिए आप मेरी वेबसाइट www.jazbaatkisyahi.com पर जाएं। मेरी लिखी हुई कविताएं अब आप मेरे Youtube channel पर भी सुन सकते हैं। प्रतिलिपि के अलावा आप मुझे YouTube, Facebook, Instagram, goodreads पर @jazbaat_ki_syahi के रूप में फॉलो कर सकते हैं।

समीक्षा
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    Mahi
    16 ମାର୍ଚ୍ଚ 2024
    वाह जी वाह 👏👏👏 वाह क्या बात है 👏👏 बहुत खूबसूरत 👏👏
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    Mahi
    16 ମାର୍ଚ୍ଚ 2024
    वाह जी वाह 👏👏👏 वाह क्या बात है 👏👏 बहुत खूबसूरत 👏👏