जब मनुष्य का दिन भर का आडम्बर ख़त्म, होता है,। मनुष्य जब सांत होता है, अपने आप को ह्रदय से महसूस करता है, तब उसे पता चलता है, अगर देखा जाय तो , जीवन से अच्छा अनुभव कुछ नहीं। तब सच्चाई सामने आती है। ...

प्रतिलिपिजब मनुष्य का दिन भर का आडम्बर ख़त्म, होता है,। मनुष्य जब सांत होता है, अपने आप को ह्रदय से महसूस करता है, तब उसे पता चलता है, अगर देखा जाय तो , जीवन से अच्छा अनुभव कुछ नहीं। तब सच्चाई सामने आती है। ...