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युद्ध

3.1
294

आंख मूंदने से विपत्तियां नही जाती ना भागने से कबूतर ने देखा मौत ठीक सामने खड़ी है उसने जंग पर जाते सैनिक की तरह बच्चों से प्यार किया फिर बाज़ की आँखों से आंखे मिलाई उसकी आंखों में यकबयक खून उतर आया और ...

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लेखक के बारे में

कविता,कहानी में लेखन।दो कविता संग्रह "युद्ध अभी जारी है" 2017 में बोधि प्रकाशन जयपुर से और "वे लुटेरे है" 2019 में रश्मि प्रकाशन लखनऊ से प्रकाशित।विभिन्न पत्रिकाओं में कविता और कहानी प्रकाशित

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  • author
    Akash Writings
    10 ഏപ്രില്‍ 2022
    कुछ स्पष्ट नहीं हुआ
  • author
    30 ജനുവരി 2021
    😢😢😢
  • author
    Sumedha Prakash
    02 ഒക്റ്റോബര്‍ 2018
    वाह वाह
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    Akash Writings
    10 ഏപ്രില്‍ 2022
    कुछ स्पष्ट नहीं हुआ
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    30 ജനുവരി 2021
    😢😢😢
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    Sumedha Prakash
    02 ഒക്റ്റോബര്‍ 2018
    वाह वाह