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"ये प्रीत नहीं ऐसी"

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"ये प्रीत नहीं ऐसी" मेरी प्रीत नहीं ऐसी जो बिसर जायेगी, मुहब्बत है मेरी जो और निखर जायेगी। कमजोर नहीं मेरी ये मुहब्बत का धागा, तू साथ रहे मेरे ये ज़िन्दगी निखर जायेगी। तुम्हारी खूबसूरत यादें जो बसीं ...

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लेखक के बारे में
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anjula Pachauri

बहुत खूबसूरत है तेरे एहसास की खुशबू, जितना सोचते हैं उतना ही महक जाते हैं,,

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    बलजीत कौर
    24 मई 2020
    wahh, wahh... bahut hi sunder lines likhi he 👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐
  • author
    24 मई 2020
    वाह,,,, जिंदादिल रचना,,,, बहुत सुंदर लिखा है आपने
  • author
    Narayan patel
    24 मई 2020
    बेहतरीन हम तो आपकी ग़ज़ल के कायल हो गये
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    बलजीत कौर
    24 मई 2020
    wahh, wahh... bahut hi sunder lines likhi he 👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐
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    24 मई 2020
    वाह,,,, जिंदादिल रचना,,,, बहुत सुंदर लिखा है आपने
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    Narayan patel
    24 मई 2020
    बेहतरीन हम तो आपकी ग़ज़ल के कायल हो गये