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ये हसीन वादियां (शायरी)

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गुस्ताखी मुआफ हो ➖➖➖➖➖➖ ये हसीन वादियां,, तेरी खूबसूरती और खूबसूरत हो जाती हैं। बाहों में बाहें डालकर, बातें और ही नमकीन हो जाती हैं।। तेरे लहराते हुए गेसूओं के झरोखों से। ये वादियां बहुत ...

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लेखक के बारे में
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Mahendra Maurya

"संघर्ष कर आगे बढ़ो, सत्य को चूनो, मानवता की पूजा करो,कर्म को प्रधानता दो, खूद पर भरोसा करो और ईश्वर में विश्वास रखो।यही मेरे जीवन का मूल मंत्र है। "

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    18 दिसम्बर 2020
    बेहतरीन लेखन शैली ..आप हमारी रचना जाड़े की धूप पढ़कर बताएं कैसे लगी
  • author
    Aziza Begum
    18 दिसम्बर 2020
    bahut khub.... 👌👌👌👌💐💐💐💐
  • author
    Saroj Pal
    18 दिसम्बर 2020
    वाह बहुत बेहतरीन अभिव्यक्ति 👌✍️
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    18 दिसम्बर 2020
    बेहतरीन लेखन शैली ..आप हमारी रचना जाड़े की धूप पढ़कर बताएं कैसे लगी
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    Aziza Begum
    18 दिसम्बर 2020
    bahut khub.... 👌👌👌👌💐💐💐💐
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    Saroj Pal
    18 दिसम्बर 2020
    वाह बहुत बेहतरीन अभिव्यक्ति 👌✍️