मैं ढूंढ कर लायी हूँ... यादों के पिटारे से कुछ अपने वो पल जो जिंदगी में खास थे वो ज्यादा तो कुछ नहीं पर जीने की आस थे .... महसूस तो होता है पर कहना मुश्किल है उन यादों में हर पल बहना मुश्किल है ...
( ये दुनियाँ एक रंग मंच है ☺️ और मैं एक बेहतरीन अदाकारा हूँ..)
भीतर जमें कंकड़ को बिखेरती, समेटटी
सँवारती , नवाजती
हर मोड़ पर खुद के लिए रास्ता निकालती
पत्थरों के ठोकरों से खुद को सम्हालती
बह रही है सरी
और बहती चली जायेगी.....
प्रतिलिपि पुरस्कार------
1--लेखन मैराथन
2--शार्ट स्टोरी चैलेंज- कहानी ( परदोष )
3--मूड ऑफ द मंथ- कहानी ( स्वदेश )
सारांश
( ये दुनियाँ एक रंग मंच है ☺️ और मैं एक बेहतरीन अदाकारा हूँ..)
भीतर जमें कंकड़ को बिखेरती, समेटटी
सँवारती , नवाजती
हर मोड़ पर खुद के लिए रास्ता निकालती
पत्थरों के ठोकरों से खुद को सम्हालती
बह रही है सरी
और बहती चली जायेगी.....
प्रतिलिपि पुरस्कार------
1--लेखन मैराथन
2--शार्ट स्टोरी चैलेंज- कहानी ( परदोष )
3--मूड ऑफ द मंथ- कहानी ( स्वदेश )
रिपोर्ट की समस्या