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Yaddon Ki Tanhai

4.5
411

तेरे यादों की तन्हाई में हम यूँ ही बातें करतें हैं कभी हसतें हैं, कभी रोतें हैं कभी तुम्हें बुलाया करते हैं तुम क्या जानो प्रियतम मेरे हम मरकर कैसे जीते हैं कभी हसतें हैं, कभी रोतें हैं कभी तुम्हें ...

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लेखक के बारे में
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shyam sunder
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ravindra Narayan Pahalwan
    12 अक्टूबर 2018
    यादों का पिटारा है / पिटारा है तो नजाने क्या क्या है / जो भी है यादों से लबालब भरा है / एक अच्छी रचना
  • author
    Subhash Chander Bajaj
    09 अक्टूबर 2024
    nice poetry
  • author
    renu kapoor very innovative
    30 अगस्त 2022
    nice one
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ravindra Narayan Pahalwan
    12 अक्टूबर 2018
    यादों का पिटारा है / पिटारा है तो नजाने क्या क्या है / जो भी है यादों से लबालब भरा है / एक अच्छी रचना
  • author
    Subhash Chander Bajaj
    09 अक्टूबर 2024
    nice poetry
  • author
    renu kapoor very innovative
    30 अगस्त 2022
    nice one