ये लेख एक सुरुआत है तथा इसका सम्बन्ध किसी भी जाति से नही है ,अगर इस लेख को पढ़ कर किसी को कोई दुःख या खेद होता है तो लेखक इसके लिए क्षमा चाहता है .. भारतीय समाज हमेंशा एक जाति प्रधान एवं सामजिक ...
ये लेख एक सुरुआत है तथा इसका सम्बन्ध किसी भी जाति से नही है ,अगर इस लेख को पढ़ कर किसी को कोई दुःख या खेद होता है तो लेखक इसके लिए क्षमा चाहता है .. भारतीय समाज हमेंशा एक जाति प्रधान एवं सामजिक ...