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वृक्षो रक्षति रक्षितः

4.6
221

रचयिता ने इंसानों की रक्षा के लिए धर्म की रचना नही की बल्कि वृक्ष की रचना की । मेरे साथ चलिए एक अनोखे सफर पर ।

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लेखक के बारे में
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Anil Makariya

आप अगर प्रकृति को अपने करीब महसूस करते है, अगर आपसे हर चीज कुछ कहती है, तो आपका स्वागत है मेरी दुनिया में ।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pooja Pooja
    20 दिसम्बर 2019
    nature ko boht pass se observe krte h ap... pakshiyo ka kalrav akash k rang hava ki sarsarahat.... or in sb bato ki maryadit shaktiya.... bhyi waah mza aagya pdh k..... sch me jaise kisi dusri duniya k do phases jee k aaye ho
  • author
    19 दिसम्बर 2019
    बहुत बेहतरीन लिखा है। पूरे पाँच स्टार वाली मगर जानबूझकर एक स्टार कम दिया है ताकि आप अपने लेखन से संतुष्ट न हो जाऐं, तथा और बेहतर लिखते रहें।
  • author
    Rekha Sishodia Tomar
    22 दिसम्बर 2019
    आप बहुत गहरा और बेहतरीन लिखते है, मेरे जैसे बौड़म को आपकी हर कहानी 2 बार पढ़नी पड़ती है
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    Pooja Pooja
    20 दिसम्बर 2019
    nature ko boht pass se observe krte h ap... pakshiyo ka kalrav akash k rang hava ki sarsarahat.... or in sb bato ki maryadit shaktiya.... bhyi waah mza aagya pdh k..... sch me jaise kisi dusri duniya k do phases jee k aaye ho
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    19 दिसम्बर 2019
    बहुत बेहतरीन लिखा है। पूरे पाँच स्टार वाली मगर जानबूझकर एक स्टार कम दिया है ताकि आप अपने लेखन से संतुष्ट न हो जाऐं, तथा और बेहतर लिखते रहें।
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    Rekha Sishodia Tomar
    22 दिसम्बर 2019
    आप बहुत गहरा और बेहतरीन लिखते है, मेरे जैसे बौड़म को आपकी हर कहानी 2 बार पढ़नी पड़ती है