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वृद्धाश्रम

4.7
1776

छियासी वर्ष की उम्र में गिरधारी लाल एकदम चुप रहने लगे। पहले सबसे बोलते और खुशी गमी के सभी मौकों पर आगे रह कर सबका मार्गदर्शन करते थे। पिछले वर्ष जीवन संगनी के स्वर्ग सिधारने के पश्चात चुप हो गए। ...

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लेखक के बारे में

फुरसत के पल कलम के साथ बिताता हूँ। प्रतिलिपि ने 2016 में मुझे लोकप्रिय लेखक का एक छोटा सा सम्मान दिया। अप्रैल 2022 में कहानी 'पागल' को पुरस्कृत किया। प्रतिलिपि सुपर लेखक अवार्ड्स 4 में "यही जीवन है" पुरस्कृत है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    गंगा राम
    21 अक्टूबर 2024
    ("बहुत बेहतरीन और शानदार रचना, अगर आपको समय मिले तो मेरी रचनाओं को भी अवश्य पढ़े.")
  • author
    Shweta Kumar
    07 जुलाई 2024
    bherterin awesome amazing story koi umar Padav per apno akla chod deta h
  • author
    Seema Garg
    21 मई 2021
    बहुत बढ़िया लिखा आपने सच में आज ऐसे ही प्रेरणा प्रद लेखन की आवश्यकता है।
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    गंगा राम
    21 अक्टूबर 2024
    ("बहुत बेहतरीन और शानदार रचना, अगर आपको समय मिले तो मेरी रचनाओं को भी अवश्य पढ़े.")
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    Shweta Kumar
    07 जुलाई 2024
    bherterin awesome amazing story koi umar Padav per apno akla chod deta h
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    Seema Garg
    21 मई 2021
    बहुत बढ़िया लिखा आपने सच में आज ऐसे ही प्रेरणा प्रद लेखन की आवश्यकता है।