अभिव्यक्ति को सामने लाने की कोशिश कर रहा हूँ, और सिर्फ वही लिख रहा हूँ जो अभी मैं हूँ, तो उसे झूठ के शरबत की बजाय सच के काढ़े में घोलने का ज्यादा से ज्यादा प्रयत्न कर रहा हूँ । साथ ही जो धुंधलाते जा रहे कागजों पर था या है, उसे वैसा ही लिख देने से भी पीछे नही हटना चाहता हूँ |
अतः अभिव्यक्ति की अपनी भाषा और अपनी चुप्पी को तलाशती रचनाये, आप से साझा कर रहा हूँ, साथ ही आपके सुझाव और सलाह की नितांत आवश्यकताओं के साथ.... धन्यवाद।
रिपोर्ट की समस्या