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विरह!🍃

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लोग प्रेम में होते हैं तो बड़े-बड़े वादें करते हैं! चांद-सितारे तोड़ लाने की बातें करते हैं! ✨ गजलों-नज्म़ों की भाषा बोलते हैं! महबूब को अपने वह चांद बतलाते हैं! ✨ अब इन्हें कौन बताए- सब कुछ एक न ...

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लेखक के बारे में
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M∆Y∆NK

प्रेम, समर्पण, ज्ञान, मर्यादा, संस्कार, विवेक.. सब लेकर आएंगे हम, 🌸 तुम अलमारी नहीं, अपना ह्रदय खाली रखना! ❤🌸

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    19 सितम्बर 2023
    किसी के कभी लोटकर ना आने की निराशा.. क्योंकी, यहा प्रेम की अकाल मृत्यु हुईं है... 🙌 वाह... बहुत हि सुंदर, मार्मिक.. अर्थपूर्ण.. रचना है...❤️👌👌 ह्रदय स्पर्शी 👍🏻👍🏻😊 अंतः निःशब्द..🥲 added in collection 👌😊
  • author
    Phoolchandra Rajak
    19 सितम्बर 2023
    बहुत सुंदर मंयक जी, जितनी तारीफ की जाये! बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी।
  • author
    .
    19 सितम्बर 2023
    wow 👍👍👍👍 outstanding 👏👏👏👏👏👏 bahut gahrayi se samjhe ho aap
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    19 सितम्बर 2023
    किसी के कभी लोटकर ना आने की निराशा.. क्योंकी, यहा प्रेम की अकाल मृत्यु हुईं है... 🙌 वाह... बहुत हि सुंदर, मार्मिक.. अर्थपूर्ण.. रचना है...❤️👌👌 ह्रदय स्पर्शी 👍🏻👍🏻😊 अंतः निःशब्द..🥲 added in collection 👌😊
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    Phoolchandra Rajak
    19 सितम्बर 2023
    बहुत सुंदर मंयक जी, जितनी तारीफ की जाये! बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी।
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    .
    19 सितम्बर 2023
    wow 👍👍👍👍 outstanding 👏👏👏👏👏👏 bahut gahrayi se samjhe ho aap