आज मैं खुद से अपने लिखने की वजह पूछती हूँ कैसी हूँ क्या हूँ कितना बची हूँ अब खुद में आज मैं अपनी रूह का नाप तोल करती हूं आज मैं खुद से अपने लिखने की वजह पूछती हूँ..... रिस रिस कर बही हूँ मैं ...
आज मैं खुद से अपने लिखने की वजह पूछती हूँ कैसी हूँ क्या हूँ कितना बची हूँ अब खुद में आज मैं अपनी रूह का नाप तोल करती हूं आज मैं खुद से अपने लिखने की वजह पूछती हूँ..... रिस रिस कर बही हूँ मैं ...