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विनाश काले विपरीत बुद्धि

4.8
435

एक घास फूस की बनी झोपड़ी में एक अकेला युवक रहता था। एक बार वो नदी में स्नान कर रहा था कि उसकी नजर नदी के दूसरे किनारे पर स्नान करती युवती पर पड़ी वह उसकी सुंदरता पर मोहित होकर उसके पास गया और विवाह ...

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महेश शर्मा
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    30 जनवरी 2020
    सहमत हूँ आपकी दलीलों से ।विनाश काल मे ईश्वर ही सबसे पहले बुद्धि हर लेता है और कुछ सही समझाया जाए तो समझ में भी नही आयेगा ऐसे इंसान को ।
  • author
    Nita Shukla Dubey "Nitu"
    04 फ़रवरी 2020
    कई दफा ऐसा होता है की जो वस्तु सर्जन करती है वह विनाश भी कर सकती है.... जरूरी है की वह बात समझ आ जाये... 🙏🙏🙏🙏
  • author
    Rajendra Mishra "राजन"
    29 जनवरी 2020
    अत सुन्दर लिखा है आपने
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    30 जनवरी 2020
    सहमत हूँ आपकी दलीलों से ।विनाश काल मे ईश्वर ही सबसे पहले बुद्धि हर लेता है और कुछ सही समझाया जाए तो समझ में भी नही आयेगा ऐसे इंसान को ।
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    Nita Shukla Dubey "Nitu"
    04 फ़रवरी 2020
    कई दफा ऐसा होता है की जो वस्तु सर्जन करती है वह विनाश भी कर सकती है.... जरूरी है की वह बात समझ आ जाये... 🙏🙏🙏🙏
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    Rajendra Mishra "राजन"
    29 जनवरी 2020
    अत सुन्दर लिखा है आपने