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विद्या ददाति विनयं....

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राहुल चेन्नई में कार्यरत था और उसका पैतृक घर भोपाल में था।अचानक घर से पिताजी का फ़ोन आया कि तुरन्त चले आओ, जरूरी काम है। राहुल आनन फानन में रेलवे स्टेशन पहुंचा और तत्काल रिजर्वेशन की कोशिश की ...

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लेखक के बारे में
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पवन अग्रहरि
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shreya Rathi
    31 जनवरी 2022
    👌👌
  • author
    Shikha Agrahari
    31 जनवरी 2022
    bahut Sundar 👌
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    Shreya Rathi
    31 जनवरी 2022
    👌👌
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    Shikha Agrahari
    31 जनवरी 2022
    bahut Sundar 👌