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विडम्बना

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ये कैसी विडम्बना है? अपने ही बेटे से बात करने  को तरसता एक पिता  है। ये कैसी विडम्बना है? जमीन  के एक टुकड़े के लिए  भाइयों के बीच  युद्ध  तना हैं। ये कैसी विडम्बना है? अपने ही घर  में एक नारी ...

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लेखक के बारे में
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Puja Sinha ✍️📒

हम चित्रगुप्त के वंशज हैं, कायस्थ हमारा नाम है! कूट-कूट कर कर्मठ हम, हर तुलना में अतुल्यवान हैं! योग्य तो पैदा ही लेते हम, हर अनुभव की खान हैं! शिष्टाचार हमारी खूबी, तेजस अपनी पहचान हैं! सबके लिए हैं हितकारी, आदर्श हमारे महान हैं! ज्ञान बांटना काम हमारा, किताब कलम पहचान हैं! कायस्थ कुल में जन्म मिला हैं, तभी से हम महान हैं!!

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sunita Jha
    09 अप्रैल 2022
    बहुत ही सराहनीय रचना है आपकी।
  • author
    DayaShanker Tiwari
    09 अप्रैल 2022
    बहुत बहुत सुंदर रचना विडंबना का
  • author
    निक्की
    03 मई 2022
    सही कहा
  • author
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sunita Jha
    09 अप्रैल 2022
    बहुत ही सराहनीय रचना है आपकी।
  • author
    DayaShanker Tiwari
    09 अप्रैल 2022
    बहुत बहुत सुंदर रचना विडंबना का
  • author
    निक्की
    03 मई 2022
    सही कहा