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वेद की आयत

4.5
2099

बिग एफ एम बेस्ट स्टोरीबाज कॉन्टेस्ट में स्टोरी टेलर नीलेश मिसरा द्वारा सर्वश्रेष्ठ कहानी प्रतियोगिता में विजयी घोषित हुई मेरी पाँच कहानियों में से एक कहानी वेद की आयत।

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लेखक के बारे में
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Tusharr Singh 'Tusharapaat'

लेखक (यूनिवर्सल), उदघोषक (आकाशवाणी लखनऊ) व ज्योतिषाचार्य (लखनऊ विश्वविद्यालय) बेध्यानी में कुछ बूँदे छिटक जातीं हैं मुझसे,पढ़े लिखे लोग कहानी खुद बना लेते हैं लेखक मुझे बता देते हैं। ~तुषार सिंह #तुषारापात®

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    19 सितम्बर 2018
    जाने कब ये मजहबी दीवार गिरेगी ... आयत को वेद का होना चाहिये था ... काश ये मजहब बीच में ना आता ... आज भी दोनो एक दूजे के लिए तड़प रहें है पर एक नहीं हो सकते .... हदीस बीच में हैं .... मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना पर कैसी विडम्बना है यहीं मजहब प्यार भी नहीं करने देता .... साधारण सा दृष्टांत जैसा किन्तु कटु सत्य को उकेरता हुआ .... आपकी लेखनी की यहीं विशेषता तो हमें बाध्य कर देती हैं आपको पढ़ने के लिए .... समाज के अति संवेदनशील विषय को इतनी मासूमियत से छू जाना आपकी लेखनी को अन्य लेखकों से विलग करती है .... कितनी प्रशंसा करें समझ नहीं आता ....👏👏👏👏👏👏
  • author
    आँचल शुक्ला3
    18 सितम्बर 2018
    एक बेहतरीन लेखक। जो की अतुलनीय है। इनकी लिखावट काबिले तारीफ़ है।जब भी पढ़ो हर बार पढ़ने को जी चाहता है। ऐसी अद्धभुत है इनकी लिखावट।आप की लेखनी कमाल है ऐसी ही लिखते रहिये और हम ऐसे ही पढ़ते रहे।
  • author
    sanjana mishra
    18 सितम्बर 2018
    वाह गज़ब की कहानी है पात्रों का नामकरण ही सारी कहानी कह देता है जवाब नहीं आपका , आयतें वेद की नहीं हुआ करतीं उफ़ क्या बात कही है
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    19 सितम्बर 2018
    जाने कब ये मजहबी दीवार गिरेगी ... आयत को वेद का होना चाहिये था ... काश ये मजहब बीच में ना आता ... आज भी दोनो एक दूजे के लिए तड़प रहें है पर एक नहीं हो सकते .... हदीस बीच में हैं .... मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना पर कैसी विडम्बना है यहीं मजहब प्यार भी नहीं करने देता .... साधारण सा दृष्टांत जैसा किन्तु कटु सत्य को उकेरता हुआ .... आपकी लेखनी की यहीं विशेषता तो हमें बाध्य कर देती हैं आपको पढ़ने के लिए .... समाज के अति संवेदनशील विषय को इतनी मासूमियत से छू जाना आपकी लेखनी को अन्य लेखकों से विलग करती है .... कितनी प्रशंसा करें समझ नहीं आता ....👏👏👏👏👏👏
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    आँचल शुक्ला3
    18 सितम्बर 2018
    एक बेहतरीन लेखक। जो की अतुलनीय है। इनकी लिखावट काबिले तारीफ़ है।जब भी पढ़ो हर बार पढ़ने को जी चाहता है। ऐसी अद्धभुत है इनकी लिखावट।आप की लेखनी कमाल है ऐसी ही लिखते रहिये और हम ऐसे ही पढ़ते रहे।
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    sanjana mishra
    18 सितम्बर 2018
    वाह गज़ब की कहानी है पात्रों का नामकरण ही सारी कहानी कह देता है जवाब नहीं आपका , आयतें वेद की नहीं हुआ करतीं उफ़ क्या बात कही है