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हिन्दी

वर्ण व वर्णमाला

4.6
8472
वैचारिकव्याकरण सम्बन्धी

भाषा की लघुतम इकाई ध्वनि है। प्राय: सभी प्रयोग में आने वाली ध्वनियों के चिह्न निश्चित होते है। उन ध्वनि चिह्नों के लिए वर्ण शब्द का प्रयोग होता है। ये वर्ण ध्वनियों के मौखिक और लिखित दोंनों ...

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लेखक के बारे में

ओमप्रकाश शर्मा  खुराना कॉटेज(धरातल मंजिल ) जीवणू कॉलौनी, परिमहल ,कसुम्पटी,शिमला 171009 हिमाचल प्रदेश | मोबाईल :९८१८५ ०४९६३

समीक्षा
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    वर्षा ठाकुर
    03 நவம்பர் 2017
    ज्ञान वर्धक उत्तम लेख । कही -कही विरोधाभाष लगा । हो सकता है ,टँकन की त्रुटि हो ।उ को ह्रस्व और दीर्घ स्वर दोनों में शामिल किया है । "उ" लघु स्वर ही है । व्यजंन की संख्या ३३ एक जगह ३५ बताया । स्वतंत्र व्यंजन और सँयुक्त व्यंजन दोनों को मिलाकर कुल संख्या ३९ है । कुल वर्ण १३ ३९=५२ । बचपन में या कही मैंने पढ़ा है ऋ संयुक्त स्वर है ।मेरी जानकारी में सुधार हुआ । मैं आपके लेख को बाद में पुनः ध्यान पूर्वक अध्ययन करूंगी। आपको बहुत बहुत साधुवाद ।
  • author
    19 ஜூன் 2019
    माननीय श्री ओमप्रकाश शर्मा जी मैंने प्रतिलिपि की वेबसाइट पर धङकती( बिल्किंग ) होती आपकी रचना " कालू " पढने के लिए अपना कार्य रोक कर पढना शुरू किया तो मैं कोमल हृदय संवेदनशील प्रध्यापक की कक्षा में पहुँच गया।जहाँ प्रत्येक जीव के मनोविज्ञान तथा कर्तव्यनिष्ठा से ओतप्रोत भावनात्मक कहानी पढने को तो मिली ही ,वहीं हिंदी भाषा के ज्ञाता से भी बहुत कुछ सीखने को मिला।निसंदेह हम हिंदुस्तानी हैं और अपनी हिंदी भाषा को भरपूर सम्मान भी देते हैं।हम गर्व से भाषा के पहरूवे बन कर हिंदी में रचनाएं लिखकर आत्मसंतुष्ट होते हैं।किंतु हम हिंदी को कितना जानते हैं ,यह आपका शिक्षाप्रद लेख पढ कर जान पाया हूं।आपका यह प्रयास न केवल हिंदी ज्ञान के संवर्धन के लिए अपितु भाषा का गलत प्रयोग करने वाले लेखक , कवि आदि के लिए भी लाभदायक है।आपने अपने जीवन के अनुभवों को कहानियों के माध्यम से प्रतिलिपि के सदस्यों से साझा कर कई नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त किया है।आपको सार्थक लेखन के लिए बहुत-बहुत बधाई और साधुवाद।
  • author
    Anil Kumar Jain "Dr. Anil"
    14 ஏப்ரல் 2023
    It's about basics of Hindi vowels and consonants. It creates a very big difference throughout where ever they applies. There occurs difference in meanings of words how they are spoken and how pronounced. Only best teachers know what exactly it is. What is known and available today came from very long journey from ancient times. It's about science of language. Excellent efforts!
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    वर्षा ठाकुर
    03 நவம்பர் 2017
    ज्ञान वर्धक उत्तम लेख । कही -कही विरोधाभाष लगा । हो सकता है ,टँकन की त्रुटि हो ।उ को ह्रस्व और दीर्घ स्वर दोनों में शामिल किया है । "उ" लघु स्वर ही है । व्यजंन की संख्या ३३ एक जगह ३५ बताया । स्वतंत्र व्यंजन और सँयुक्त व्यंजन दोनों को मिलाकर कुल संख्या ३९ है । कुल वर्ण १३ ३९=५२ । बचपन में या कही मैंने पढ़ा है ऋ संयुक्त स्वर है ।मेरी जानकारी में सुधार हुआ । मैं आपके लेख को बाद में पुनः ध्यान पूर्वक अध्ययन करूंगी। आपको बहुत बहुत साधुवाद ।
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    19 ஜூன் 2019
    माननीय श्री ओमप्रकाश शर्मा जी मैंने प्रतिलिपि की वेबसाइट पर धङकती( बिल्किंग ) होती आपकी रचना " कालू " पढने के लिए अपना कार्य रोक कर पढना शुरू किया तो मैं कोमल हृदय संवेदनशील प्रध्यापक की कक्षा में पहुँच गया।जहाँ प्रत्येक जीव के मनोविज्ञान तथा कर्तव्यनिष्ठा से ओतप्रोत भावनात्मक कहानी पढने को तो मिली ही ,वहीं हिंदी भाषा के ज्ञाता से भी बहुत कुछ सीखने को मिला।निसंदेह हम हिंदुस्तानी हैं और अपनी हिंदी भाषा को भरपूर सम्मान भी देते हैं।हम गर्व से भाषा के पहरूवे बन कर हिंदी में रचनाएं लिखकर आत्मसंतुष्ट होते हैं।किंतु हम हिंदी को कितना जानते हैं ,यह आपका शिक्षाप्रद लेख पढ कर जान पाया हूं।आपका यह प्रयास न केवल हिंदी ज्ञान के संवर्धन के लिए अपितु भाषा का गलत प्रयोग करने वाले लेखक , कवि आदि के लिए भी लाभदायक है।आपने अपने जीवन के अनुभवों को कहानियों के माध्यम से प्रतिलिपि के सदस्यों से साझा कर कई नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त किया है।आपको सार्थक लेखन के लिए बहुत-बहुत बधाई और साधुवाद।
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    Anil Kumar Jain "Dr. Anil"
    14 ஏப்ரல் 2023
    It's about basics of Hindi vowels and consonants. It creates a very big difference throughout where ever they applies. There occurs difference in meanings of words how they are spoken and how pronounced. Only best teachers know what exactly it is. What is known and available today came from very long journey from ancient times. It's about science of language. Excellent efforts!