pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

वैम्पायर लव स्टोरी ( तेरे प्यार में भाग -4)

5
20

सुकन्या ने सोचा... अगर मैं कुछ कहूंगी, तो बच्चे डर जाएंगे, इसलिए उसने चुप रहना ही ठीक समझा | सुकन्या ने सोचा कि, मैं ऐसे डर कर नहीं रह सकती, कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ेगा | बच्चों की स्कूल, और ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
masani akhtar

मैं मसानी अख़्तर मेरा निक नेम मोना है मुझे लिखने का बचपन से शौक है मेरा लिखा हर किसी को बहुत पसंद आता है मैं कई ग्रुप की एडमिन भी हूं मेरी कविताएं और मेरी शायरी सबको बहुत पसंद आती है इसके अलावा मैं फैशन डिजाइनर भी हूं और अध्यापिका भी रह चुकी हू मै एक प्लेटफार्म की तलाश में थी जहां अपनी रचनाओं को लिख सकूं मुझे प्रतिलिपि के रूप में एक उम्दा प्लेटफार्म मिल गया हैं मैं बहुत खुश हू आशा करते हूं कि आप सभी मेरी रचनाओं को पढ़ेंगे और अपना सहयोग करेंगे इस प्लेटफार्म में मैं नई हूं और आप लोग से सहयोग की आशा करती हूं मेरा भी वादा है मेरी रचनाएं आप को निराश नहीं करेंगी

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mohan Lal
    23 जुलाई 2022
    जो दिल के प्यारे-न्यारे होते, वो औरों के दिल को दुखाते न। सबसे प्यार वो खुद जितना करते, कभी किसी को सताते न। खूनी जज़्बा रखने वाले तो, सदा नर-पिशाच होते हैं 'मोहन'। इंसान हैं रहे इंसानियत क़ायम, करें निष्काम कर्म जतलाते न।
  • author
    MOHAMMAD ASHHAR AKHTAR KHAN 10-B
    27 जुलाई 2022
    lajwab kahani lokh rhi h aap
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mohan Lal
    23 जुलाई 2022
    जो दिल के प्यारे-न्यारे होते, वो औरों के दिल को दुखाते न। सबसे प्यार वो खुद जितना करते, कभी किसी को सताते न। खूनी जज़्बा रखने वाले तो, सदा नर-पिशाच होते हैं 'मोहन'। इंसान हैं रहे इंसानियत क़ायम, करें निष्काम कर्म जतलाते न।
  • author
    MOHAMMAD ASHHAR AKHTAR KHAN 10-B
    27 जुलाई 2022
    lajwab kahani lokh rhi h aap