pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

वजह

5
27

वजह कया हुई जो तुम इतनी रात गए भी जागती हो! तो वो मुसकराई और कहने लगी: बहुत बढी तो नहीं, बस एक छोटी सी लेखिका हूॅ इसलिए,,,,, कुछ सुनती हू कुछ सुनाती हू मै कुछ सीखती हू कुछ सिखाती हू मै कुछ पढती ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
ਬਲਜੀਤ ਕੌਰ
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    🌸Amar Singh🌸
    20 अप्रैल 2021
    बहुत बढ़िया है जी
  • author
    Sham Chand
    22 अप्रैल 2021
    बहुत खूब !!बृक्ष भी हमारे पूर्वज ही तो हैं।बातें भी करते हैं।हमारे अंदर पयार होना चाहिये। और वजह तो शुक्र है कि एक अनमोल वजह आप को मिली है जो कुछ खास लोगों को ही मिलती है।हम तो खाली ही रह गए भाई !!
  • author
    Navneet Kaur
    23 अप्रैल 2021
    क्या बात है ,,,आपकी कलम तो जीवन के सभी र॔गों की स्याही को भरने का दम रखने लगी है ।।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    🌸Amar Singh🌸
    20 अप्रैल 2021
    बहुत बढ़िया है जी
  • author
    Sham Chand
    22 अप्रैल 2021
    बहुत खूब !!बृक्ष भी हमारे पूर्वज ही तो हैं।बातें भी करते हैं।हमारे अंदर पयार होना चाहिये। और वजह तो शुक्र है कि एक अनमोल वजह आप को मिली है जो कुछ खास लोगों को ही मिलती है।हम तो खाली ही रह गए भाई !!
  • author
    Navneet Kaur
    23 अप्रैल 2021
    क्या बात है ,,,आपकी कलम तो जीवन के सभी र॔गों की स्याही को भरने का दम रखने लगी है ।।