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वहशी है दरिंदा है आवारा है यह दिल बेबस है घायल है बेचारा है यह दिल मैं इसके हाल पर रौऊ की जश्न मनाऊं सारे शहर का लुटा मारा है यह दिल

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वहशी है दरिंदा है आवारा है यह दिल बेबस है घायल है बेचारा है यह दिल मैं इसके हाव पर रौऊ की जश्न मनाऊं सारे शहर का लुटा मारा है यह दिल ...

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लेखक के बारे में
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Dr,BALBIR SONI

शायर बलबीर सोनी

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    Anuradha Kumari
    16 मई 2024
    nyc
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