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उसका हिंदुस्तान

4.5
167

एक औरत सड़क किनारे बैठी पत्थर तोड़ती है वह पत्थर नहीं तोड़ती जिन्दगी घसीटती है एक औरत उन पत्थरों से बनी सड़क पर सरपट दौड़ती है कार की तरह उसमें बैठी हुई एक औरत के दोनों हाथ मिट्टी में सने हैं पहली ...

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लेखक के बारे में
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कौशल किशोर

कौशल किशोर कवि, समीक्षक, संस्कृतिकर्मी व पत्रकार जन्म: सुरेमनपुर (बलिया, उŸार प्रदेश), 01 जनवरी 1954, स्कूल के प्रमाण पत्र में। वैसे जन्म 25 दिसम्बर 1951। ‘युवालेखन’ (1972 से 74) ‘परिपत्र’ (1975 से 78) तथा ‘जन संस्कृति’ (1983 से 90) का संपादन। संप्रति: ‘जनसंदेश टाइम्स’ दैनिक के साहित्यिक पृष्ठ ‘सृजन’ का संपादन तथा लखनऊ से प्रकाशित त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका ‘रेवान्त’ के प्रधान संपादक। जन संस्कृति मंच के संस्थापकों में प्रमुख तथा मंच के पहले राष्ट्रीय संगठन सचिव। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष। का्रन्तिकारी वाम सांस्कृतिक आंदोलन का सिपाही। पहल, उŸारार्द्ध, युग परिबोध, कथाक्रम, उŸारगाथा, समकालीन जनमत, कथन, वर्तमान साहित्य, पुरुष, अन्ततः, कविता, हंस, कथादेश समावर्तन, इसलिए, आइना, रविवार, प्रारुप, युवा, शरर, निष्कर्ष, लहक, शब्दिता, जनसŸाा, अमृत प्रभात, रविवार, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, आज, जनसंदेश टाइम्स, श्री टाइम्स, राष्ट्रीय सहारा, डेली न्यूज, अन्ततः, छपते छपते आदि अनगिनत पत्र-पत्रिकाओ में रचनाएं प्रकाशित। कुछ कविताओं का बांग्ला, असमिया, पंजाबी व तेलुगु में अनुवाद। ’रेवान्त’ के नरेश सक्सेना एकाग्र का संपादन। कुछ रचनाएं पुस्तकों में संकलित। अब तक कोई किताब या संग्रह प्रकाशित नहीं। कारण सामाजिक व सांस्कृतिक आंदोलन में अत्यधिक व्यस्तता और अपने निज के प्रदर्शन व प्रकाशन के प्रति उपेक्षा का भाव जबकि मित्रों का इसके लिए स्नेहयुक्त आग्रह व दबाव। यदि अपने चार दशक से अधिक की साहित्य यात्रा में लिखे को समेटू तो दर्जन से अधिक किताबें तैयार हो सकती हैं। संपर्क: एफ.3144, राजाजीपुरम, लखनऊ.226017 फोन : 08400208031, 09807519227

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manjit Singh
    06 सितम्बर 2020
    औरतों की खूब समीक्षा कि
  • author
    22 मार्च 2023
    bahut badhiya
  • author
    Abhishek kumar
    25 जुलाई 2021
    बहुत ही खूब
  • author
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  • author
    Manjit Singh
    06 सितम्बर 2020
    औरतों की खूब समीक्षा कि
  • author
    22 मार्च 2023
    bahut badhiya
  • author
    Abhishek kumar
    25 जुलाई 2021
    बहुत ही खूब