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उपन्यासकार गुलशन नंदा

4.9
76

गुलशन नंदा के अधिकांश उपन्यासों में प्रेम, मिलन-विरह, धोखा-कपट, मज़बूरियाँ और इनसे उत्पन्न हुए मानवीय भावों-मूल्यों की अभिव्यक्ति ही प्रमुख थी। आंतरिक पारिवारिक रिश्ते, वर्गभेद का मायाजाल, ...

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लेखक के बारे में
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krishnakant shukla

मै ना ही कोई लेखक हूं और ना ही कोई कवि । मात्र लाकडाऊन के चलते खाली समय का सदुपयोग करते हुए कुछ सच घटनाए लिख रहे है । भाषाई त्रुटियो और प्रवाह तथा शैली की कसौटी पर ना कसते हुए ही देखिए ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    कुमकुम माथुर
    07 जुलाई 2025
    गुलशन नंदा जी के लोकप्रिय साहित्य की संपूर्ण जानकारी आपने अपने लेख में समाहित की है।उस सब को पढ़ कर पुरानी यादें ताज़ा हो गई।हर बार सफ़र करते हुए उनके एक एक करके की उपन्यास पढ़े। और जब उन पर आधारित मूवी आती थी तो वह भी बहुत शौक से देखीं।वह दिन भी क्या दिन थे।
  • author
    कथाकार
    24 मार्च 2024
    गुलशन नंदा के विषय में जानकर अच्छा लगा। धन्यवाद।
  • author
    Sapna Kurankar
    22 मई 2025
    मै तो बचपन से उनके novels पढती थी
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    कुमकुम माथुर
    07 जुलाई 2025
    गुलशन नंदा जी के लोकप्रिय साहित्य की संपूर्ण जानकारी आपने अपने लेख में समाहित की है।उस सब को पढ़ कर पुरानी यादें ताज़ा हो गई।हर बार सफ़र करते हुए उनके एक एक करके की उपन्यास पढ़े। और जब उन पर आधारित मूवी आती थी तो वह भी बहुत शौक से देखीं।वह दिन भी क्या दिन थे।
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    कथाकार
    24 मार्च 2024
    गुलशन नंदा के विषय में जानकर अच्छा लगा। धन्यवाद।
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    Sapna Kurankar
    22 मई 2025
    मै तो बचपन से उनके novels पढती थी