मुझे छल नही आता।और मेरी आत्मा आज भी जिन्दा हैं इस युग में भी जब की मैं बहुत बार छली गयी।ये सब उसने बड़ी सरलता से कह दिया था, जरा सा भी गुस्सा या शिकायत किये बिना बहुत ही प्यार से, कायल था मैं उसके ...
मुझे छल नही आता।और मेरी आत्मा आज भी जिन्दा हैं इस युग में भी जब की मैं बहुत बार छली गयी।ये सब उसने बड़ी सरलता से कह दिया था, जरा सा भी गुस्सा या शिकायत किये बिना बहुत ही प्यार से, कायल था मैं उसके ...