मेरे सभी साहित्य मित्रों को मेरा नमस्कार मैं बोकारो झारखंड से हूं।मेरी जन्मभूमि बिहार और कर्मभूमि मुम्बई है।बचपन से अकेला रहने का शौक था... विचारों का दिद्व हमेशा चलता रहता था शायद इसी वज़ह से लेखक बन गया।अपनी उपलब्धियों के बारे में बात नहीं करूंगा क्योंकि है भी नही।बस यूं समझ लिजिए मेरी कहानियां किंडल, कु.कु. एफ.एम, पांकेट एफ.एम, यूट्यूब और ओ.टी.टी पर भी उपलब्ध है।
जिंदगी में आने वाली कठिनाइयां ही मेरे आगे बढ़ने की सबसे बड़ी प्रेरणा है।
साधुवाद
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