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हिन्दी

त्यागी का प्रेम

4.5
9492

लाला गोपीनाथ को युवावस्था में ही दर्शन से प्रेम हो गया था। अभी वह इंटरमीडियट क्लास में थे कि मिल और बर्कले के वैज्ञानिक विचार उनको कंठस्थ हो गये थे। उन्हें किसी प्रकार के विनोद-प्रमोद से रुचि न थी। ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    30 जुलाई 2019
    मुझे जहाँ तक लगता है लिव-इन-रिलेशनशिप का ये पहला सजीव चित्रण है। इस छोटी सी कहानी में कितने उतार-चढ़ाव हैं। बहुत उम्दा
  • author
    Vivek Kumar Rajput
    01 दिसम्बर 2018
    प्रेम वो तूफान हैं जब दो दिलों के बीच उठता है, तो उनको एकाकार करके ही रहता है। यह जाती धर्म और समाज से बहुत ऊपर है। इसमें दुनिया के हर बंधन को तोड़ने की क्षमता है।
  • author
    Samrat Sahu "Samrat Sahu"
    16 मई 2019
    बहुत खूब बहुत बड़ीया
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    30 जुलाई 2019
    मुझे जहाँ तक लगता है लिव-इन-रिलेशनशिप का ये पहला सजीव चित्रण है। इस छोटी सी कहानी में कितने उतार-चढ़ाव हैं। बहुत उम्दा
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    Vivek Kumar Rajput
    01 दिसम्बर 2018
    प्रेम वो तूफान हैं जब दो दिलों के बीच उठता है, तो उनको एकाकार करके ही रहता है। यह जाती धर्म और समाज से बहुत ऊपर है। इसमें दुनिया के हर बंधन को तोड़ने की क्षमता है।
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    Samrat Sahu "Samrat Sahu"
    16 मई 2019
    बहुत खूब बहुत बड़ीया