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तुस्सी न जाओ

4.6
6

तुस्सी न जाओ बाईस कहने से तुम रुकने वाले हो क्या? इक्कीस भी नहीं रुका था तेईस भी कहाँ रुकने वाला है वो भी आ कर ही रहेगा कहीं तुम एक ही तो नहीं हो चेहरे बदल कर नये हो कर आ जाते हो हमारे चेहरे ज़रूर ...

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लेखक के बारे में

जीवन में सम्पूर्ण प्रस्फुटन की ओर

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Arun Kumar
    02 जनवरी 2023
    जो आएगा वो जाएगा भी। कब कोई किसी के कहने से रुका है सो यह बाईस भी रुकेगा। समय के इस कालखण्ड में जिसने जीवन को विश्वास के साथ, प्रसन्न हो, हँसते हुए जिया आज वो आनेवाले साल का भी हर्ष और उल्हास के साथ स्वागत कर रहे हैं, और जिन्हें अपने ऊपर भी भरोसा नहीं था वो काल के गाल में समा गए हैं। हमेशा हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ाएं, मित्रों से मिलते रहें, स्वस्थ रहने के लिए, जितनी आवश्यकता हो, चलें और नए दोस्त बनाते चलें। आपको सुंदर कविता लिखने के लिए धन्यवाद। नव वर्ष मुबारक हो...।
  • author
    Sandhya Bhadoria
    01 जनवरी 2023
    सुंदर आपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं🌹🌹
  • author
    Rakesh Chandel
    02 जनवरी 2023
    मनमोहक अभिवादन नव वर्ष का ।🤗🤗
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    Arun Kumar
    02 जनवरी 2023
    जो आएगा वो जाएगा भी। कब कोई किसी के कहने से रुका है सो यह बाईस भी रुकेगा। समय के इस कालखण्ड में जिसने जीवन को विश्वास के साथ, प्रसन्न हो, हँसते हुए जिया आज वो आनेवाले साल का भी हर्ष और उल्हास के साथ स्वागत कर रहे हैं, और जिन्हें अपने ऊपर भी भरोसा नहीं था वो काल के गाल में समा गए हैं। हमेशा हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ाएं, मित्रों से मिलते रहें, स्वस्थ रहने के लिए, जितनी आवश्यकता हो, चलें और नए दोस्त बनाते चलें। आपको सुंदर कविता लिखने के लिए धन्यवाद। नव वर्ष मुबारक हो...।
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    Sandhya Bhadoria
    01 जनवरी 2023
    सुंदर आपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं🌹🌹
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    Rakesh Chandel
    02 जनवरी 2023
    मनमोहक अभिवादन नव वर्ष का ।🤗🤗