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तुम्हारी माँ

4.2
119471

रागिनी अभी नहा कर आई , तो देखा फोन में 3 मिस कॉल्स है , इतनी सुबह सुबह मम्मी का फोन 3 बार , उसका मन कुछ अनिष्ट की आशंका से बैठा जा रहा था । उसने जल्दी से फोन उठाया , मम्मी को फ़ोन किया , हलो मम्मी ...

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लेखक के बारे में

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एम कॉम करने के बाद , पिछले कुछ समय से लिखना शुरू किया , अपनी लेखनी के माध्यम से कुछ अधूरे किस्से पूरे करती हूं , कुछ सामाजिक बुराईयों का हल ढूंढने की कोशिश भी करती हूं , जिसके माध्यम से समाज को अच्छा सन्देश दे सकूँ , हाल ही में शिकायत प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार मिलने से सकारात्मक भाव आया है , समाचार पत्रों में समय समय पर लेख , कवितायें प्रकाशित होती है , आज लेखनी में जो भी पहचान बना पाई हूँ , उसका पूरा श्रेय मेरी मां को जाता है जो अब हमारे बीच नही है अगर अच्छी लेखक बन पाऊं तो उन्हें ये मेरी सच्ची श्रद्धाजंलि होगी ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    devinder kaur
    26 മെയ്‌ 2019
    काश वास्तविक जीवन मे भी दामाद ये समझ पाते
  • author
    ravinder agarwal
    03 ജൂലൈ 2019
    सही किया लेकिन क्यो रिश्ते जोड़ नही पता मर्द। हर रिश्ता निभाना केवल औरत ही क्यों निभाये।
  • author
    Sudha Gupta
    14 ജൂലൈ 2019
    Ekdum sahi Kiya ragini ne.Adhiktar husband aise hi hote Hain.Apni maa ko to aasman par baithate hai or patni ko MAA ko ek parayi aurat samajh Kar value na dete hue pes aate hain Aaj agar larkiyan itni samajhdar na ho to unko dabakar rakha jaata.Achhi kahani hai .Jabab Milne par logo ko samajhdari as jaati hai.Bahot achha laga parkar.
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    devinder kaur
    26 മെയ്‌ 2019
    काश वास्तविक जीवन मे भी दामाद ये समझ पाते
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    ravinder agarwal
    03 ജൂലൈ 2019
    सही किया लेकिन क्यो रिश्ते जोड़ नही पता मर्द। हर रिश्ता निभाना केवल औरत ही क्यों निभाये।
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    Sudha Gupta
    14 ജൂലൈ 2019
    Ekdum sahi Kiya ragini ne.Adhiktar husband aise hi hote Hain.Apni maa ko to aasman par baithate hai or patni ko MAA ko ek parayi aurat samajh Kar value na dete hue pes aate hain Aaj agar larkiyan itni samajhdar na ho to unko dabakar rakha jaata.Achhi kahani hai .Jabab Milne par logo ko samajhdari as jaati hai.Bahot achha laga parkar.