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तुम मुस्कुरती नहीं

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...... अर्ज़ है      तुम बदलोगी ऐसे काश पहले जान पाते      क़सम उस खुदा की तुमसे दिल ना लगाते ____________________________________________ पहले की तरह तुम मुस्कुराती ...

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लेखक के बारे में

कहते है लोग खुशियों के लिए पूरी ज़िंदगी है कुछ यादें और हम यूं तन्हां अधूरी ज़िंदगी है !!✨✍️ _____________________________________________ समंदर की उठती लहरें मौजों की रवानी हो गई तन्हां तन्हां सी ज़िंदगी मेरी दर्द भरी कहानी हो गई !!✨✍️ _____________________________________________ ________________________________________________ हर घड़ी बस तुम मेरी गज़ल में समाहित हो मेरी रुह में लहू बनकर तुम इस क़दर प्रवाहित हो !!✨✍️🩸 कृपया आप से निवेदन है की मेरी कविताओं एवं ग़जल का कॉपीराइट अधिकार के तहत सर्वाधिकार सुरक्षित है !! अत : किसी भी प्रकार का छेड़ छाड़ न करें _ धन्यवाद !!🙏 ____________________________________________________ Birthday wish 👽 16 October

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Priyadarshini Arya
    27 फ़रवरी 2021
    सही है .. बातें करो,, मसला हल हो जायेगी😃😃,, nice ✍️✍️👌👌💐💐
  • author
    26 फ़रवरी 2021
    नकाब भी हट जाएगा ,बहुत खूब पंडित जी
  • author
    Ambika Jha
    26 फ़रवरी 2021
    बेहतरीन प्रस्तुति 🌟🌹🌟
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    Priyadarshini Arya
    27 फ़रवरी 2021
    सही है .. बातें करो,, मसला हल हो जायेगी😃😃,, nice ✍️✍️👌👌💐💐
  • author
    26 फ़रवरी 2021
    नकाब भी हट जाएगा ,बहुत खूब पंडित जी
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    Ambika Jha
    26 फ़रवरी 2021
    बेहतरीन प्रस्तुति 🌟🌹🌟