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तुम बदल गई हो

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4.5

"शिखा चलो ना यार पार्टी में! क्या करोगी अकेले घर में ?" "नहीं तुम चले जाओ, मैं घर पर ही रहूंगी।" शिखा ने कपड़े समेटते हुए बोला। " क्या यार अब तुम कहीं चलने को तैयार नहीं होती। पहले हमेशा हर जगह ...