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त्रिया चरित्र

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भगवान सौ दुख दे दे त्रिया चरित्र न दिखाये त्रिया चरित्र में अपनी जिंदगी भी सौतन बन जाये त्रिया चरित्र ने न जाने क्या क्या गुल खिलाये   इस के आगे महाप्रतापी राजा दशरथ भी हार गए    अपनापन दिखाकर लेती ...

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लेखक के बारे में
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deepak sharma

मेरी कहानी मेरी कहानी बड़ी अजीब जो मिला है मुझे है नसीब दाता का दिया जीवन है अनमोल इसलिए बूटी पीता हूँ घोल घोल नित नये मिलते है साथी जिससे रहती मेरी चौड़ी छाती न कोई मैं कहानीकार फिर भी लिखता छोटे छोटे सार प्रतिलिपि पर मिलती समीक्षा यही है एक मेरी शिक्षा प्रतिलिपि साथी का धन्यवाद🙏 हर समय देते रहते हैं साथ वादा नहीँ मैं करताहूं हाथ जोड़कर जय श्री राधे राधे करता हूँ🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    शानदार और जानदार प्रस्तुति। सटीक अभिव्यक्ति। सच्ची अभिव्यक्ति
  • author
    Sunita Jha
    17 जून 2022
    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपकी।
  • author
    sinju maurya
    17 जून 2022
    सही कहा आपने
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    शानदार और जानदार प्रस्तुति। सटीक अभिव्यक्ति। सच्ची अभिव्यक्ति
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    Sunita Jha
    17 जून 2022
    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपकी।
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    sinju maurya
    17 जून 2022
    सही कहा आपने