हे त्रिपुरारी नीलकंठ महादेव, जग हितकारी अविकारी प्रभु। नागपाश गले में साजे तुम्हरे, सिर पे गंगे और चंद्र प्रभु।। 💐💐💐💐💐💐💐💐 संग गौरा गणेश कार्तिकेय, पर्वत कैलाश विराजै प्रभु। आयो श्रावण मास ...
पूर्व में प्राईवेट स्कूल, कॉलेज में शिक्षिका रह चुकी हूं। किन्तु अब गृहणी हुं। लिखने, पढ़ने का शौक इसलिए प्रतिलिपि से जुड़ी हुई हूं। साथ ही कविताओं के माध्यम से मेघदूत साहित्यिक संस्था से भी जुड़ी हुई हूं।
सादर अभिवादन
अनुपमा वर्मा
रायबरेली
सारांश
पूर्व में प्राईवेट स्कूल, कॉलेज में शिक्षिका रह चुकी हूं। किन्तु अब गृहणी हुं। लिखने, पढ़ने का शौक इसलिए प्रतिलिपि से जुड़ी हुई हूं। साथ ही कविताओं के माध्यम से मेघदूत साहित्यिक संस्था से भी जुड़ी हुई हूं।
सादर अभिवादन
अनुपमा वर्मा
रायबरेली
रिपोर्ट की समस्या
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