... सड़क टूटती है .! जहा होगा दलदल .! अक्सर देखते हैं .! होता हैं ऐसा .! ..दिल टूटता है .! जब समानता न .! हो दोनो दिलो .! के अंदर .! ..सड़क को बनाते .! डामर गिट्टी मिलाकर .! हर साल टूटती वही है ...
चना चबैना सबको देता 🙏
दाता ये करतार बनारस 🙏
यहां बैठ कर मुक्ति बाटता 🙏
जग का पालन हार बनारस 🙏
मरना यहां सुमंगल होता 🙏
और मृत्यु श्रृंगार बनारस 🙏
हर काशी वाशी रखता है 🙏
ठेंगे पर संसार बनारस 🙏
यहां गुरु सब चेला 🙏
लगता हैं रंगदार बनारस🙏
मीठी बोली इतनी प्यारी 🙏
सब जाते खुद को हार बनारस🙏
सारांश
चना चबैना सबको देता 🙏
दाता ये करतार बनारस 🙏
यहां बैठ कर मुक्ति बाटता 🙏
जग का पालन हार बनारस 🙏
मरना यहां सुमंगल होता 🙏
और मृत्यु श्रृंगार बनारस 🙏
हर काशी वाशी रखता है 🙏
ठेंगे पर संसार बनारस 🙏
यहां गुरु सब चेला 🙏
लगता हैं रंगदार बनारस🙏
मीठी बोली इतनी प्यारी 🙏
सब जाते खुद को हार बनारस🙏
रिपोर्ट की समस्या
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