pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

थोड़ी सी जमी थोड़ा आसमान

4.6
560172

अपने जीवन को कैसे जीना है ये तय करने का अधिकार सिर्फ आपका ही होना चाहिए।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
KRITI KESHRI

प्रतिलिपि कथा सम्मान 2019 की प्रथम पुरस्कार विजेता🙏🙏 सभी पाठको और प्रतिलिपि के सदस्यों को धन्यवाद। आपने मेरी कहानियों को पढ़ा, सराहा, मुझे प्रोत्साहित किया तथा इस पुरस्कार के लायक समझा। बहुत धन्यवाद🙏🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Hemalata Godbole
    16 अक्टूबर 2019
    कहानी अति भाव पूर्ण,बौद्धिक मनोवैज्ञानिक है।ये भारत है,यहां उचित होकर भी ये संभव न था कि रा घव से विवाह कर पाती।उसने विवाह पूर्व ही येनिर्ण कर मां को कहा होता पर वो भी कैसे कहती ये भारत है जहाँ लडकी निर्णय ले नहीं सकती।फिर भी स्वर्णिम मध्म चुना ये हीठीक है।येकहानी पढने वालो को दिशा दे सकती है।बधाई।बहुत गुत्थियों को सुघडता से चित्रित किया ।आपको तोकाउंसेलिंग मे सफलता मिल सकती है मान्व मन की गुत्थियां सुलझा सकती हैं।आपकी प्रतिभा अद्भूत है।शुभंभवतु
  • author
    Meera Dixit
    30 नवम्बर 2019
    बहुत सुन्दर। लेकिन जेठ से अंतरंग संबंध न होते तो भी कहानी की सेहत पर असर न पडता।
  • author
    Er. BHUPENDRA KUMAR PATEL
    07 जनवरी 2020
    कहानी बहुत ही भावनात्मक थी, कहीं न कहीं सच में पैसे , पद और प्यार की लड़ाई में लोग प्यार को बहुत पीछे छोड़ देते है, माना कि पैसा और पद जरूरी है लेकिन उससे कहीं ज्यादा जरूरी है प्यार, फिर वो चाहे पत्नी, रिश्तेदार, परिवार किसी से भी हो, जीवन में अगर प्यार है तो आप हर समस्या को यूं ही जीत लेंगे।। धन्यवाद
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Hemalata Godbole
    16 अक्टूबर 2019
    कहानी अति भाव पूर्ण,बौद्धिक मनोवैज्ञानिक है।ये भारत है,यहां उचित होकर भी ये संभव न था कि रा घव से विवाह कर पाती।उसने विवाह पूर्व ही येनिर्ण कर मां को कहा होता पर वो भी कैसे कहती ये भारत है जहाँ लडकी निर्णय ले नहीं सकती।फिर भी स्वर्णिम मध्म चुना ये हीठीक है।येकहानी पढने वालो को दिशा दे सकती है।बधाई।बहुत गुत्थियों को सुघडता से चित्रित किया ।आपको तोकाउंसेलिंग मे सफलता मिल सकती है मान्व मन की गुत्थियां सुलझा सकती हैं।आपकी प्रतिभा अद्भूत है।शुभंभवतु
  • author
    Meera Dixit
    30 नवम्बर 2019
    बहुत सुन्दर। लेकिन जेठ से अंतरंग संबंध न होते तो भी कहानी की सेहत पर असर न पडता।
  • author
    Er. BHUPENDRA KUMAR PATEL
    07 जनवरी 2020
    कहानी बहुत ही भावनात्मक थी, कहीं न कहीं सच में पैसे , पद और प्यार की लड़ाई में लोग प्यार को बहुत पीछे छोड़ देते है, माना कि पैसा और पद जरूरी है लेकिन उससे कहीं ज्यादा जरूरी है प्यार, फिर वो चाहे पत्नी, रिश्तेदार, परिवार किसी से भी हो, जीवन में अगर प्यार है तो आप हर समस्या को यूं ही जीत लेंगे।। धन्यवाद