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ठिठुरती ठंड में बिलखती भूख

4.2
3496

कई बार सड़क किनारे या मंदिरों के बाहर बैठे लोगों को देख के कुछ लोगों के मन में दया का भाव उत्पन्न होता है तो कुछ उनको देख के मुंह बिचकाते है.. किसी को उनके प्रति कुछ करने की धारणा कचोटती है, तो किसी ...

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लेखक के बारे में
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pratima Preet
    16 ജനുവരി 2023
    me v unhe dekhkar aapki tarah hi sochti hu
  • author
    Kavi Kaushik "कवि कौशिक"
    21 ഡിസംബര്‍ 2019
    बहुत सुन्दर! इनके पुनर्वास की व्यवस्था बहुत जरूरी है !
  • author
    Kamlesh Vajpeyi
    09 മെയ്‌ 2018
    सुन्दर रचना ! विचारणीय प्रश्न !
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  • author
    Pratima Preet
    16 ജനുവരി 2023
    me v unhe dekhkar aapki tarah hi sochti hu
  • author
    Kavi Kaushik "कवि कौशिक"
    21 ഡിസംബര്‍ 2019
    बहुत सुन्दर! इनके पुनर्वास की व्यवस्था बहुत जरूरी है !
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    Kamlesh Vajpeyi
    09 മെയ്‌ 2018
    सुन्दर रचना ! विचारणीय प्रश्न !