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थक चुकी हूं 💔

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💔थक चुकी हूं अब 💔 इन हालातो से लड़ते-लड़ते 💔थक चुकी हूं अब 💔 लोगों को समझते समझते 💔थक चुकी हूं अब 💔 झूठी जिंदगी जीते जीते 💔थक चुकी हूं अब 💔 सबके लिए खुद को मिटाते मिटाते 💔थक चुकी हूं अब 💔 ...

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लेखक के बारे में
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💞neha attri 💞

Kanha ki deewani

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Phoolchandra Rajak
    05 दिसम्बर 2024
    बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी पर जिंदगी को हमेशा जीने योग्य समझना चाहिए।
  • author
    Ashok Mishra
    05 दिसम्बर 2024
    उत्तम रचना
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  • author
    Phoolchandra Rajak
    05 दिसम्बर 2024
    बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी पर जिंदगी को हमेशा जीने योग्य समझना चाहिए।
  • author
    Ashok Mishra
    05 दिसम्बर 2024
    उत्तम रचना