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तेरी ओर

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कितना भी कोशिश करूं, तेरी ओर मैं खिंचने लगा हूं, न भी चाहूं तो क्या, तेरी ओर मैं चलने लगा हूं, याद है तेरा मुझसे दूर जाना, पर दिल के हाथों मजबूर होने लगा हूं, मैं तो अब तुमसे ही, ख्वाबों में मिलने ...

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लेखक के बारे में
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Ashit Sharan

असित शरन

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    27 பிப்ரவரி 2023
    bahut hi sunder rachna likhi hai aapne 👌🏼👌🏼
  • author
    Asha garg
    28 பிப்ரவரி 2023
    behad khubsurat abhivyakti ❤️❤️❤️
  • author
    Rakesh Chaurasia
    28 பிப்ரவரி 2023
    बहुत सुंदर प्रस्तुति।
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  • author
    27 பிப்ரவரி 2023
    bahut hi sunder rachna likhi hai aapne 👌🏼👌🏼
  • author
    Asha garg
    28 பிப்ரவரி 2023
    behad khubsurat abhivyakti ❤️❤️❤️
  • author
    Rakesh Chaurasia
    28 பிப்ரவரி 2023
    बहुत सुंदर प्रस्तुति।