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तेरा प्यार मेरा आधार

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मेरी खामोशियों को आवाज मिल गयी पायल को जैसे झनकार मिल गई खुद से मुलाकात हो रही हो जैसे बरसों की मेरी तलाश मिल गई बंद थी परतें कुछ जिंदगी की तुम मिले और सब कुछ बयां कर गई हर घड़ी महक गयी एहसास ...

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,@kavya
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pandey Jitendra "Jeet"
    02 मई 2021
    बहुत खूबसूरत ज़ज्बात 👌👌👌💐💐💐💐💐
  • author
    02 मई 2021
    खूबसूरत रचना.
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    Pandey Jitendra "Jeet"
    02 मई 2021
    बहुत खूबसूरत ज़ज्बात 👌👌👌💐💐💐💐💐
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    02 मई 2021
    खूबसूरत रचना.