pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

तेजाब के छींटे

4.3
38330

तेजाब नाम सुन कर ही डर लगने लगता है। दहशत सी मचा रखी है इसने आज । खासकर महिलाओं व लड़कियों के जेहन मे इसका डर बहुत ही ज्यादा इस समय समाया हुआ है । पर हम यहाँ आज तेजाब की नही प्यार की कहानी बताने ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

Dr Manish Kumar Gupta मुझे कविता लिखना पसंद है| हमने लखनऊ के नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कालेज से बी. एच. एम. एस. किया है | और लखनऊ मे ही होम्योपैथिक प्राइवेट प्रैक्टिस करता हूँ | जिन्दगी की बहुत सारी ख्वाहिशें होती हैं, कुछ पूरी हो जाती हैं और कुछ को पूरा करने में पूरा जीवन गुजर जाता है। हमारी भी सिर्फ एक छोटी सी ही ख्वाहिश है दुनिया में नाम कमाना चाहे वो कविता या कहानी के माध्यम से हो या किसी और माध्यम से । क्या लिखता हूँ कैसे लिखता हूं मुझे भी नहीं मालूम बस जिन्दगी के कुछ खट्टे मीठे अनुभव है जो खुद ब खुद कागजों मे उतर आते हैं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kitttu "Kia"
    05 માર્ચ 2018
    ksh real.life m.b aisa ho. yha ek. mark pr. medically proof mng lia,jta,h....bki yeh. b ek sachii .ghtna,h mai dekh chuki hu yeh. b ..niccee
  • author
    Jagdish Tripathi
    21 મે 2018
    ishe kahte hai top me bhi top story. kuch Logon Ki Story toh ekdum pakkau hoti hai sir pair ka pata hi nahi chalta hai story mein
  • author
    10 એપ્રિલ 2018
    सुंदर रचना। सच्चा प्रेम पहचान लेना आसान नही होता। वैसे अभी एक ट्रेलर देखा, अक्टूबर नामक फ़िल्म का। कुछ हद तक इस कहानी से मिलता लगा। एक बार आप भी देखे, कही ऐसा तो नही की आपकी कहानी के ऊपर बनाई गई हो।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kitttu "Kia"
    05 માર્ચ 2018
    ksh real.life m.b aisa ho. yha ek. mark pr. medically proof mng lia,jta,h....bki yeh. b ek sachii .ghtna,h mai dekh chuki hu yeh. b ..niccee
  • author
    Jagdish Tripathi
    21 મે 2018
    ishe kahte hai top me bhi top story. kuch Logon Ki Story toh ekdum pakkau hoti hai sir pair ka pata hi nahi chalta hai story mein
  • author
    10 એપ્રિલ 2018
    सुंदर रचना। सच्चा प्रेम पहचान लेना आसान नही होता। वैसे अभी एक ट्रेलर देखा, अक्टूबर नामक फ़िल्म का। कुछ हद तक इस कहानी से मिलता लगा। एक बार आप भी देखे, कही ऐसा तो नही की आपकी कहानी के ऊपर बनाई गई हो।