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तर्पण

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4.3

वो तो कहिए दशक बाद जानकी बुआ नैहर आई और वो अड़तीस की उम्र में रमेसर को हल्दी लगवा गई । थाली चौकस लगने लगी तो रमेसर कुदाल की बेंत से फूलकर खेत की मेड़ हो गये । लेकिन दुर्भाग्य ने तब भी पीछा न छोड़ा ...