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तन्हाई

4.9
181

तड़प की ये कैसी रवानियां है, इश्क की लिखी कहानियां हैं। तन्हाई में हम तो अकेले बैठे रहे, और छाई हर जगह रंगीनियां हैं। याद करते रहे उन्हें सारी उम्रभर ढलती रही कच्ची जवानियां हैं। जुदा जिस दिन हुए ...

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लेखक के बारे में
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डॉ. मीनाक्षी

हमारी जिंदगी की एक सुंदर कहानी है, जिसे हमें अपने तरीके से लिखना चाहिए।✍️😊 प्रतिलिपि मंच का बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं, इस मंच के माध्यम से हमारा लिखने और पढ़ने का सपना साकार हुआ।💯✍️ 🙏जब बात अगर सम्मान की हो, तो ताकत का परिचय देना जरूरी है।🙏

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rajesh shekhawat "Raj✍️"
    26 जनवरी 2025
    बहुत ही बेहतरीन लिखा है आपने लाजवाब पंक्तियां याद करते रहे उन्हें सारी उम्रभर ,,ढलती रही कच्ची जवानियां है👌👌👌👍 बहुत ही शानदार पंक्तियों से परिपूर्ण लाजवाब गजल 👍👏👏👏
  • author
    Jyoti Bala Shrivastava
    26 जनवरी 2025
    यादगार लम्हों को संजोकर लिखी गई , बहुत ही बेहतरीन भावपूर्ण मार्मिक रचना है तुम्हारी , प्रिय मीनाक्षी 🌹❤️🌹👌👌
  • author
    # 𝕄𝕚𝕟𝕚🌼
    26 जनवरी 2025
    बहुत ही खूबसूरत पंक्तियां ✍️✍️ हृदयस्पर्शी रचना ✍️🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
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    Rajesh shekhawat "Raj✍️"
    26 जनवरी 2025
    बहुत ही बेहतरीन लिखा है आपने लाजवाब पंक्तियां याद करते रहे उन्हें सारी उम्रभर ,,ढलती रही कच्ची जवानियां है👌👌👌👍 बहुत ही शानदार पंक्तियों से परिपूर्ण लाजवाब गजल 👍👏👏👏
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    Jyoti Bala Shrivastava
    26 जनवरी 2025
    यादगार लम्हों को संजोकर लिखी गई , बहुत ही बेहतरीन भावपूर्ण मार्मिक रचना है तुम्हारी , प्रिय मीनाक्षी 🌹❤️🌹👌👌
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    # 𝕄𝕚𝕟𝕚🌼
    26 जनवरी 2025
    बहुत ही खूबसूरत पंक्तियां ✍️✍️ हृदयस्पर्शी रचना ✍️🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺