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" सुहाना मौसम"

4.6
14

"सुहाना मौसम" ये बारिश का मौसम, फिर आया सुहाना, तफ़रीह करने का, मिल गया बहाना, ये बारिश में रिमझिम, बूंदों का बरसना, साजन से खुशियों का,मिल गया फ़साना, ये बारिश में सजी, ...

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लेखक के बारे में
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Rajni Katare

अन्तर्मन से उपजे उदगारों को, कागज और कलम लेकर लिखने लग जाती हूँ -* रजनी कटारे -: शिक्षा -एम. ए. ,बी. एड. (हिन्दी साहित्य) जबलपुर (जन्म-भोपाल) जन्मतिथि :- 9/7/56 * सृजन - : स्वतन्त्र लेखन - सामाजिक, पारिवारिक, कविता, कहानी और लेख - * प्रकाशन - : नव भारत में काफी पहले मेरे लेख प्रकाशित, एक लम्बे अंतराल के बाद ' प्रतिलिपि मंच ' पर साहित्यक गतिविधियों से जुड़ाव - * शिक्षण -: काफी समय पहले अध्यापन का कार्य करा (नवयुग उ. मा. विद्यालय जबलपुर) - * सम्मान -: "महाकोशल महिला उद्यमी संगठन "(मावे) में उपसचिव के पद पर रह चुकी, 'मावे' द्वारा मुझे 'अचीवमेन्ट अवार्ड ' से सम्मानित किया गया - * उत्कृष्ट -समाज सेवा के लिए मुझे ' प्रियदर्शनी अलंकरण ' सम्मान मिला - -------*----- श्रीमती रजनी कटारे जबलपुर (म. प्र.)

समीक्षा
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  • author
    Mohan Lal
    04 अगस्त 2021
    सर्दी गर्मी बरसात का 'मोहन', निश्चित मौसम होता है। इक प्यार ही है जहां में जो, हर इक ही मौसम होता है। दिन में प्यार रात में प्यार, सुबह दोपहर शाम को प्यार। मिज़ाज़ी प्रेम कमोवेश हो,हक़ीक़ी प्रेम तो सम होता है।
  • author
    UMA SHARMA "अर्तिका"
    04 अगस्त 2021
    सुन्दर प्रस्तुति 👌👌👌 शानदार अभिव्यक्ति 👌👌👌 सुन्दर शब्दों में अभिव्यक्ति 👌👌
  • author
    श्वेता विजय mishra
    04 अगस्त 2021
    बहुत सुंदर शानदार लाजवाब पंक्तियां लिखी आपने रचना में बहुत खूब
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    Mohan Lal
    04 अगस्त 2021
    सर्दी गर्मी बरसात का 'मोहन', निश्चित मौसम होता है। इक प्यार ही है जहां में जो, हर इक ही मौसम होता है। दिन में प्यार रात में प्यार, सुबह दोपहर शाम को प्यार। मिज़ाज़ी प्रेम कमोवेश हो,हक़ीक़ी प्रेम तो सम होता है।
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    UMA SHARMA "अर्तिका"
    04 अगस्त 2021
    सुन्दर प्रस्तुति 👌👌👌 शानदार अभिव्यक्ति 👌👌👌 सुन्दर शब्दों में अभिव्यक्ति 👌👌
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    श्वेता विजय mishra
    04 अगस्त 2021
    बहुत सुंदर शानदार लाजवाब पंक्तियां लिखी आपने रचना में बहुत खूब