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सुहागरात का अनोखा आनंद

4.5
69

मुझको तुझसे ईश्क हुआ है , हुस्न मेरा तुझपर ही फिदा है । तू मुझसे जल्दी शादी करले , सुहागरात का बड़ा मजा है ।। ...

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लेखक के बारे में

शिक्षा - M.A (sociology) , osmania university सारस्वत सम्मान - विद्यावाचस्पति " भारत गौरव " उपाधि प्राप्त पांच पुस्तकों के लेखक मेरा हैदराबाद में ही निवास है । ईश्वर ने हमे प्रकृति दी , हमे इस पृथ्वी पर भेजा । क्यों नहीं हम , इस प्रकृति सम्मत जीवन का पूर्ण आनद ले ? शब्दों की अभिव्यक्ति ही , इंसान की पहचान बनाती है ।

समीक्षा
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    Preeti Bhandari
    17 সেপ্টেম্বর 2022
    wa lajwab bahut khoob likha hai aapne meri rachna bhi pade or protsahn bhi jaro de 🙏😌💐
  • author
    Murlidhar Srivastav
    17 সেপ্টেম্বর 2022
    बहुतो तो शादी से पहले भी सुहागरात मना लेते हैं। उनको क्या मज़ा आता होगा।
  • author
    17 সেপ্টেম্বর 2022
    अच्छा जी, 🤣😂वास्तव में सुहागरात का तो मजा ही होता हैं
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    Preeti Bhandari
    17 সেপ্টেম্বর 2022
    wa lajwab bahut khoob likha hai aapne meri rachna bhi pade or protsahn bhi jaro de 🙏😌💐
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    Murlidhar Srivastav
    17 সেপ্টেম্বর 2022
    बहुतो तो शादी से पहले भी सुहागरात मना लेते हैं। उनको क्या मज़ा आता होगा।
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    17 সেপ্টেম্বর 2022
    अच्छा जी, 🤣😂वास्तव में सुहागरात का तो मजा ही होता हैं